Air Conditioner क्या है यह कैसे काम करता है : –
Air कंडीशनर यानि ac बिजली से चलने वाली मशीन है की किसी भी कमरे की गर्मी को बहार निकलने मे सक्षम है । इसकी कार्य प्रणाली बिलकुल हमरे घरो मे रखे रेफ्रिजरेटर

के समान है बस फर्क इतना है की रेफ्रिजरेटर मे कंपोनेंट्स बोहत छोटे होते है और ac मे इनका अकार और सकती विशाल होती है । जिस कारण ही हमारे घर का बिजली का बिल भी काफी बढ़ जाता है लेकिन आज के समय मे कुछ
अच्छे इन्वर्टर ac आ गए है जो की काफी हद तक हमारी बिजली के बिल मे मदत कर देते है । जिससे हमारा बिजली बिल काम हो पता है ।
एयर कंडीशनर का अविष्कार किसने किया : –
एयर कंडीशनर का आविष्कार स्टुअर्ट डब्ल्यू॰ क्रेमर और विलिस कैरियर ने सन् 1902 में किया था. ये ये अमेरिका के वैज्ञानिक थे इनका पुरे श्रेय इन दोनों को ही जाता है । क्यकि आज के समय मे कोई भी काम करना आसान हो सकता है लेकिन उस वक़्त बिना बिजली और मशीनरी के ये करना काफी मिश्किल था ।
एयर कंडीशनर का सिद्धांत : –

एयर कंडीशनर का सिम्प्ल सिद्धांत होता है जो की हमरे पास एक प्रकार का Freon मटीरियल या आप इसे एक गैस भी बोल सकते हो इसको अगर हम एक पाइप से लौ प्रेशर यानि कम गति से फ्लो करवाए तो ये हीट हो खींचता है और अगर गैस की गति को बढ़ा दिया जाये तो ये हीट को बहार निकालता है । बस इसी सिद्धांत का हम एक पाइप का नेटवर्क बनाते है । 1 evepurator 2 कम्प्रेशर 3 कंडेंसर
प्रिंसिपल : –
तो आईये देखते है की हमारे घर मे लगा एयर कंडीशनर कैसे कम करता है । इसमें बारी आती है पहले पार्ट की जो की evepurator होता है और ये हमारे कमरे मे लगा होता है इसमें गैस का लौ प्रेशर होता है । क्युकी इसमें मोटे पाइप का इस्तिमाल किया जाता है । तो प्रेशर वैसे ही कम हो जाता है । और इसके बाद बरी आती है कडेंसर की जो की evepurtor से सेरिस मे पाइप से कनेक्टेड रहता है । कडेंसर मे पतले पाइप का इस्तिमाल होता है तो परेशेर अपने आप ही बढ़ जाता है । और ये कमरे के बहार लगा होने की वजह से साडी गर्मी कमरे के बहार छोड़ देता है । कम्प्रेशर का काम सिर्फ रेफ्रिजरेंट ( यानि गैस ) को फ्लो करवाना मात्र है । तो ऐसे हमारा एयर कंडीशनर काम करता है । 3D वीडियो के माध्यम से जानने के लिए यहाँ क्लिक करे ।
एयर कंडीशनर प्राइस :-
एयर कंडीशनर के प्राइस की बात की जाये तो आज के टाइम मे हर व्यक्ति के पर बोहत सी चॉइस उपलब्ध है ये धायण से पढ़े क्यकि मार्किट मे इसको लेकर काफी लूट मची हुए है । लोगो का जमकर बेवकूफ बनाया जा रहा है क्यकि लोगो को इस विषय मे जैयदा कुछ पता नहीं होता ।
तो आईये जानते है कोनसा ac कितने प्राइस का होता है हमारे पास 2 प्रकार के ac होते है 1 स्प्लिट तथा दूसरा विंडो । जहा तक पॉसिबल हो स्प्लिट ac से बचे । बात करे इनके प्राइस की तो 1.5 टन ac विंडो अच्छी कम्पनी का कीमत पड़ेगी 32000 और बात करे स्प्लिट की तो वो इससे 5000 रूपये महगा होता है . मे और इसके बाद बरी आती है टेक्नोलॉजी मे प्रकार तो ये भी हमरे पास 2 प्रकार के होते है जो इन्वर्टर ac और सिंपल 3 स्टार 4 स्टार और 5 स्टार ac मार्किट मे उपलब्ध है । इन्वटर ac का कप्रेशर अलग होता है बाकि 3 स्टार 4 स्टार 5 स्टार एक ही चीज है इनमे कोई फर्क नहीं है इस लिए आप 3 स्टार ही ले 5 स्टार काफी महगा होता है और बिल मे कोई खास फ़र्क़ नहीं है .
इन्वर्टर ac क्या होता है : –
इन्वर्टर ac एक प्रकार का स्मूद ac सिस्टम होता है जिसका कम्प्रेशर इस प्रकार डिसिंग किया जाता है की हमारे घर मे लगा इन्वर्टर पर कोई भी झटका न पड़े क्यकि कोई भी इन्वर्टर झटका सेहन नहीं कर सकता इस लिया इसका कम्प्रेशर धीरे धीरे अपनी स्पीड पकड़ता है । जिससे लोड भी धीरे धीरे बढ़ता है । और इन्वर्टर या यूपीएस ख़राब नहीं होता । लेकिन ये ac इतना इफेक्टिव नहीं होता नार्मल ac की तुलना मे काफी कमजोर होता है अधिक गर्मी पड़ने पर ये काम करना बंद कर देते है । तो इस लिए आप सिमल ac पर ही जाये ।
ac के फायदे और दुष्प्रभाव : –
फायदे | नुकसान |
एयर कंडीशनर मे सोने से हमें स्किन डिसिस ( चमड़ी की बीमारिया ) नहीं लगती है | इसके लगातार इस्तिमाल से हमें साँस संबधित प्रॉब्लम होने लगती है |
एसी में रहने के फायदे से डिहाइड्रेशन और हीट स्ट्रोक का खतरा कम होता है | एसी में रहने के नुकसान से होती है साइनस की समस्या |
बाकि इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट की लाइफ बढ़ जाती है कमरा ठंडा होनेकी वजह से | बिजली का बिल काफी बढ़ जाता है । |
आखो से सम्बंधित बीमारिया कम होती है | इसके संपर्क मे जैड़ा रहने से मनुष्य का वजन बढ़ सकता है । क्यकि शरीर से पसीना बाहर नहीं निकल पता है |
ये एक प्रकार की ड्राई यानि शुक्ष्म कूलिंग करता है जो कश्मीर की फीलिंग का एहसास करती है । | फेफड़े कमजोर हो जाते है |
कूलर की तुलना मे शोर कम होता है | यह कूलर की तुलना मे काफी महगा आता है । और इसके इलावा इसका हर साल का सर्विस चार्ज भी पड़ता है । |
इसमें हवा अधिक ठंडी हो जाती है जिससे कोई भी आराम से अच्छी नींद ले सकता है । | ac के इस्तिमाल से हमारा शरीर इसका अदि हो जाता है और बिना ac के सर्वाइव करना फिर किसी भी इंसान के लिए आसान नहीं होता । |
conclusion : –
जैसा की आपको पता है की एयर कंडीशनर हमारे पूर्वजो के समय पर नहीं था लईकिन फिर भी उनकी लाइफ आज के मुकाबले काफी जैयदा थी । क्यकि आज कल की जेनरेशन को उम्र से कोई लेना देना नहीं है । क्यकि आजकल ये एक ट्रेंड चल चूका है तो इस लिए आप इसके नुकसान को न देखे बल्कि ऊपर का लेख पढ़के आपको अपने लिए सही एयर कंडीशनर का चुनाव करे । जिससे आपको उसको खरीदने मे भी जैयदा रकम न देनी पड़े और आपका कम भी चल जाये । इसके इलावा अगर आप सोलर पैनल के बारे मे जानना कहते है तो यहाँ क्लिक करे ।
FAQ : –