working principle of optical fibre cable-ऑप्टिकल फाइबर केबल कैसे काम करती है 

ऑप्टिकल फाइबर केबल कैसे काम करती है 

ऑप्टिकल फाइबर केबल एक प्रकार की गलास यानि कांच या ट्रांसपेरंट फाइबर प्लास्टिक की बनी एक तार होती है । जिस से डेटा ट्रांसफर किया जाता है । इस का इस्तिमाल 1952 मे हुए थी  और आपको ये जानकर बोहत अच्छा लगेगा की इसकी खोज भारत  में जन्में अमेरिकी भौतिकीविद नरिंदर सिंह कपानी द्वारा | किए गए प्रयोगों के कारण  ही ऑप्टिकल फाइबर केबल की खोज हुए थी ।

working principle of optical fibre cable
working principle of optical fibre cable

अब आपके दिमाक में एक प्रश्न जरूर उठ रहा होगा की जब हमारे पास मेटल की वायर है फिर हम ऑप्टिकल फाइबर केबल्स का इस्तिमाल क्यों करते है । तो इसका सबसे पहला जवाब ये है की ऑप्टिकल फाइबर केबल मेटल की तार से सस्ती पड़ती और इसमें जो खास बात और है वो वोल्टेज रसिस्टैंस नहीं होता जिससे हमारा सिग्नल लॉस नहीं होता है इसके बारे मे हम  आपको विस्तार से बतायेगे ।

आपको ये तो पता ही होगा की आज की दुनिया मे हमारी सबसे बड़ी कमजोरी इंटरनेट है इसके बिना हमारा सारा कमनीकेशन ठप पड़ जाता है । और हम इंटरनेट तो कही भी इस्तिमाल कर सकते है इसका मतलब हर जगह वायर का एक नेटवर्क बिछा पड़ा है । जिससे  डेटा ट्रांसफर होता है जो एक टावर से दूसरे टावर तक अंडरग्राउंड केबल्स के थ्रू कनेक्टेड होता है फिर टावर मे एम्प्लिफियर सिस्टम से एम्प्लिफाइ करता है और तब वेव फॉर्म मे हमारे मोबाइल और टेबलेट तक पहुँचता है

और ये सब केबल्स का नेटवर्क पूरी दुनिआ अलग अलग कम्पनीज के द्वारा  फैलाया जाता है  ये ही इस इंटरनेट की असली मालिक होती है और ये समुन्दर के अंदर केबल्स और एम्प्लिफियर इंसटाल से लेकर देख रेख सब करती है  इन कम्पनीस को टिअर 1 कम्पनीस कहते है । ऑप्टिकल फइबर केबल्स हमरे लिए अधिक सेफ्टी प्रधान करता है और जिससे हमारा डेटा लीक नहीं हो सकता । वीडियो के माध्यम से समझने के लिए लिंक पर क्लिक कर सकते है ।

अडवांटेज और ऑप्टिकल फाइबर केबल्स  ( ऑप्टिकल फाइबर केबल्स की क्या विशेषता है )

ऑप्टिकल फाइबर केबल्स कॉपर की केबल्स से जैड़ा एफिशंट होती है । इसमें रेसिस्टिव लॉस नहीं होता ।

यह केबल्स कॉपर केबल्स से सस्ता पड़ता है ।

और प्रकाश की गति इलेक्ट्रॉन्स की गति से भी जैसे फ़ास्ट है ।आपको ये तो पता है होगा की लाइट की स्पीड यूनिवर्स की सबसे फास्टेस्ट स्पीड है । इस लिए इंटरनेट की स्पीड भी काफी फ़ास्ट होती है ।

कप्पर केबल्स मे करंट बढ़ने की स्थिति मे मैग्नेटिक फिल्ड बनता है जो की हमारे डेटा  के लिए अच्छा नहीं माना जाता वो डेटा करप्ट हो सकता है ।

conclusion :-

आप जान ही चुके है की ऑप्टिकल फाइबर केबल एक प्रकार का ग्लास नुमा तार है जिससे प्रकाश की वेव फॉर्म मे डाटा भेजा जाता है और आगे लगा रिसीवर उस डेटा को एनालिस करके इमेज वीडियो टेक्स्ट ऑडिओ मे  बदल डेटा है जो सीधा हम तक पहुंच जाता है  और ऑप्टिकल फाइबर केबल्स मे डेटा लॉस नहीं होता और न ही हैक होने का डर रहता है क्युकी आजकल इसका इस्तिमाल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट और रोबोट्स मे हो रहा है ।  ।

FAQ  :-

What are optical fibers used for?

इसका इस्तिमाल लॉन्ग डिस्टेंस डेटा को भेजने के लिए किया जाता है जो की एक केबल की फॉर्म में होता है इसके अंदर पतली पतली फाइबर वायर होती है जो की प्रकाश तरंगो को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने के लिए इस्तिमाल होता है

वैसे तो ऑप्टिकल फाइबर बनाने वाली कम्पनी 50 साल का दवा करती है लेकिन इनकी मक्सीमॉम लाइफ 30 साल होती है और समंदर मे शार्क इनको खा लेती है तो पूरी केबल नयी डालनी पड़ती है ।
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